इस विभाग का मुख्य उद्देश्य समाज के कमज़ोर और पिछड़े वर्गों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना व उनके सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हेतु कार्य करना है ।


वर्ष 1948-49 में इस विभाग की स्थापना “हरिजन सहायक विभाग” के नाम से हुई । सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के कार्यान्वयन से संबन्धित एक अन्य विभाग “सामाजिक कल्याण विभाग” की स्थापना वर्ष 1955 में हुई । बाद में वर्ष 1961 में “हरिजन सहायक विभाग’ तथा ‘सामाजिक कल्याण विभाग’ का आपस में विलय कर दिया गया तथा उसे हरिजन एवं सामाजिक कल्याण विभाग नाम दिया गया ।
वर्ष 1991-92 में इसका नाम सामाजिक कल्याण विभाग कर दिया गया । इस विभाग का मुख्य उद्देश्य समाज के कमज़ोर और पिछड़े वर्गों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना व उनके सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हेतु कार्य करना है ।
अधिक देखेंमाननीय मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश
माननीय राज्य मंत्री
(स्वतंत्र प्रभार)
समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश
माननीय राज्य मंत्री
समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश
प्रमुख सचिव
समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश
निदेशक
समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश
इस विभाग का मुख्य उद्देश्य समाज के कमज़ोर और पिछड़े वर्गों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना व उनके सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हेतु कार्य करना है ।
इस विभाग का मुख्य उद्देश्य समाज के कमज़ोर और पिछड़े वर्गों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना व उनके सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हेतु कार्य करना है ।
इस विभाग का मुख्य उद्देश्य समाज के कमज़ोर और पिछड़े वर्गों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना व उनके सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हेतु कार्य करना है ।